Friday, March 26, 2010

shayari

खुद को जब भी हमने ढुंढा है
तेरी निगाहों में अपना अक्स पाया है
छोटी एक दुनिया है मेरी ;
तेरे दिल में अपना आशियाँ सजाया है....

1 comment:

रईस हर दिल अज़ीज said...

main shayar to nahi.......... magar ae hasi jabse dekha aapka blog to shayari karne ka man bana liya.................