Friday, March 26, 2010

shayari

खुद को जब भी हमने ढुंढा है
तेरी निगाहों में अपना अक्स पाया है
छोटी एक दुनिया है मेरी ;
तेरे दिल में अपना आशियाँ सजाया है....

shayari

आज केहना था तुमसे बहुत कुछ
पर ल्वज़ों ने की हमसे बेवफ़ाई,
सोचा आखों के रस्ते करें दिल का हाल बयां
पर गुम थी वो भी दीदारे यार में.....

Thursday, March 25, 2010

shayari

हमारी दुआओं में असर है इतना
जो चाह वो पाया है हमने
हाथ उठा कर जब भी माँगा है
बस तुम्हारा साथ चाहा है हमने....

Wednesday, March 10, 2010

shayari

मेरी जुबान पर जब भी तेरा नाम आता है
महफ़िल में सन्नाटा सा छा जाता है ,
तेरा मेरा साथ दुनिया को गवारा नहीं
येही सोच कर दिल सहम जाता है .....

Poem-एक दिन इस पुतले को मिट्टी में मिल जाना है



नज़रों का खेल है; बातों का रेला है
यह दुनिया भी क्या मेला है?
आज तू  भीड़ में; कल अकेला है
एक दिन इस पुतले को मिट्टी में मिल जाना है
और खाली तेरा छोला रह जाना है

घमंड न कर अपने रूप का; धन का मोह बेमाना है
यह सब इस दुनिया का; येहीं रह जाना है
पाप का घड़ा एक दिन जरूर फूट जाना है;
तन साफ़ किया अब मन का मैल धोना है
एक दिन इस पुतले को मिट्टी
में मिल जाना है
और खाली तेरा छोला रह जाना है

आज का चमकता सूरज कल डूब जाना है
चाँद को भी अमावस ने खा जाना है
तो आया बंद मुठ्ठी; खुले हाथ जाना है
केवल अच्छे कर्मों का धन साथ जाना है
एक दिन इस पुतले को मिट्टी में मिल जाना है
और खाली तेरा छोला रह जाना है