Thursday, February 7, 2019

Shayari

कभी सोचा न था मैंने 
तेरा यूँ इंतज़ार करूँगा 
रूह बेचैन जागती रहेगी 
और जिस्म फ़नाह होगा 

Shayari

कुछ नमी सी रहती है 
वक़्त की हर पहर थमीं सी रहती है 
हर ख़्वाहिश सहमी सी रहती है 
तेरे न होने से 
हर चीज़ में एक कमी सी रहती है 

shayari

जिक्र तेरे गुलाब का 
उस समय महफ़िल में छिड़ गया 
सुनाने दिल की दास्तान 
जब वो मेरी किताब से गिर गया 

shayari

तुझे भूले नहीं हैं हम 
बस तुझे याद नहीं करते 
जिक्र हो जहाँ तेरा 
उस महफ़िल में हम जाया नहीं करते 

shayari

तुम्हारे साथ चलते -चलते 
अज़नबी से हमसफ़र हो गए 
मंज़िल थी अलग 
पर रास्ते एक हो गए 

Shayari

दुनिया के ग़मों से मुझे नहीं डरना 
तुझे पाकर अब नहीं खोना 
अपनी खुशियों से अब 
समझौता नहीं करना